Sunday, May 1, 2016

 - कुणाल ठाकुर 



 Kunal Thakur, Line producer  

कोई भी फिल्म किसी एक आदमी के मेहनत से नहीं बनती। एक सफल फिल्म के पीछे करीब 100 से 200लोगों की कड़ी मेहनत और लगन शामिल होती है। पर इन लोगों की मेहनत के बारे में आम लोग कभी जान नहीं पाते। फिल्म का पूरा क्रेडिट हीरो-हीरोइन तथा निर्माता-निर्देशक को ही मिलता है। यह सही है कि कोई भी फिल्म निर्माता के पैसेनिर्देशक की सोच,लेखक की स्क्रिप्ट और आर्टिस्ट के अभिनय के बिना नहीं बनती पर इन लोगों के अलावा फिल्म को सही मुकाम पर पहुंचाने के लिए सैकड़ों लोग काम करते हैं,जिन्हें कभी नाम या पहचान नहीं मिलती। हिन्दी फिल्म और टीवी जगत में कई मशहूर फिल्मों और सीरियलों के लिए प्रोडक्शन कर चुके कुणाल ठाकुर भी इस बात से सहमति जताते हैं। कुणाल का कहना है कि फिल्म निर्माण में प्रोडक्शन की भूमिका सबसे अहम होती है। हमारे लिए फिल्म बेटी की शादी की तरह होती है। जिसमें कोई भी कमी नहीं होनी चाहिए। कुणाल का मानना है कि दूसरी विधाओं की तरह प्रोडक्शन मैनेजमेंट भी एक कला है। इसी की बुनियाद पर एक अच्छी फिल्म का भविष्य टीका होता है पर अफसोस हमारी मेहनत कभी सामने ही नहीं आती।